दर्शन खोलने हेतु सभी तैयारियां पूर्ण
- Nathdwara Live
- Oct 18, 2020
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नाथद्वारा। पुष्टिमार्गीय प्रधानपीठ नाथद्वारा के प्रभु श्रीनाथजी मन्दिर स्थानीय व्यक्तियों के लिये दर्शन कल दिनांक 19 अक्टृम्बर को खुल जायेगें जिसकी सभी तैयारियां मन्दिर प्रशासन द्वारा पूर्ण कर ली। 18 अक्टूबर को मुख्य निष्पादन अधिकारी जितेन्द्र ओझा, उपखण्ड अधिकारी अभिषेक गोयल उप पुलिस अधीक्षक रोशन पटेल, थानाधिकारी पूरण सिंह, श्रीकृष्ण भंडार अधिकारी सुधाकर शास्त्री व मन्दिर मण्डल की टीम ने दर्शन व्यवस्था का जायजा लिया। मन्दिर परिसर कोविड महामारी की एडवाईजरी अनुसार सभी व्यवस्थाए की जा चुकी है व परिसर के बाहर की व्यवस्थाओं के लिये पुलिस एवं प्रशासन ने तैयारी पूर्ण कर ली है। मन्दिर मण्डल कर्मचारी एवं सेवावाले प्रीतमपोली गेट से ही प्रवेश करेंगे व अपना परिचय पत्र आवश्यक रूपसे साथ रखेंगे ताकि कोई असुविधा न हो। मुख्य निष्पादन अधिकारी ने बताया कि 19 अक्टूबर के राजभोग एवं भोग आरती के दर्शन के लिये दर्शन पास जारी हो चुके हैं। प्रत्येक दर्शन में 500 दर्शनार्थियों को दर्शन कराये जावेंगे। न्यॅू कोटेज में अभी तक 3200 फार्म प्राप्त हो चुके हैं। स्थानीय मनोरथी वैष्णवों के लिये दर्शन पास समाधान विभाग से मनोरथी रसीद के साथ दिये जा रहे हैं। अलग-अलग मनोरथ के लिये महाराजश्री की आज्ञानुसार दर्शनार्थियों की संख्या का पुनर्निर्धारण किया गया है। जिन स्थानीय मनोरथी वैष्णव ने अभी तक रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है वह नियत फार्म भरकर आधार कार्ड की काॅपी एवं एक पासपोर्ट साईज फोटो लेकर समाधान पर जाकर भी दर्शन पास प्राप्त कर सकते हैं। मनोरथी वैष्णवों को नामजद पास समाधान विभाग से जारी किये जावेंगे। दर्शन व्यवस्था के लिये मनोरथी वैष्णव लक्ष्मीनिवास धर्मशाला से, रेम्प से प्रीतमपोली पर बने नये वेटिंग-हाॅल में बैठकर समाधान के सामने से होते हुऐ दर्शन के लिये जावेंगे। निःशुल्क प्रवेश पास वाले दर्शनार्थी लक्ष्मीनिवास धर्मशाला से वनमालीजी मन्दिर के सामने होते हुऐ नक्कारखाना से दर्शन के लिये प्रवेश करेंगे। जूता-चप्पल व मोबाईल को वनमाली परिसर में बने स्टेण्ड पर रखा जा सकता है।
सभी स्थानीय निवासियों से अपील की जाती है कि मन्दिर में कोई भी सामान साथ में नहीं लावे और जहाॅ तक संभव हो, मोबाईल साथ नहीं लावें। जूता-चप्पल साथ नहीं लावें तो ज्यादा सुविधा रहेगी। दर्शन व्यवस्था में सभी से सहयोग की अपील की जाती है।
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