top of page

जयपुर : भीलवाड़ा मॉडल की सफलता पर राजनीति शुरू


ree

जयपुर: विश्वव्यापी महामारी कोरोना वायरस से लड़ाई में जहां भीलवाड़ा मॉडल की चर्चा पूरे देश में हो रही है. वही दुसरी ओर भीलवाड़ा मॉडल को लेकर गहलोत सरकार की तारीफों के बीच राजस्थान बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया का बड़ा बयान सामने आया है. राजस्थान बीजेपी के अध्यक्ष सतीश पूनिया ने राजस्थान सरकार पर गंभीर आरोप लगाए है. सतीश पूनिया ने कहा है कि सरकार अब बचाव कार्य नहीं खुद की ब्रांडिंग में लगी हुई है। सतीश पूनिया को मुताबिक, भीलवाड़ा मॉडल को वहां के प्रशासनिक अधिकारियों चिकित्सा कर्मियों और नागरिकों ने कामयाब बनाया है लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इसका श्रेय लेना चाहते हैं। साथ ही रामगंज में कोरोना संक्रमण को फैलने को लेकर पूनिया ने कहा कि सरकार रामगंज में कोरोना संक्रमण रोकने में नाकाम रही है. वहीं, लॉक डाउन की अवधि बढ़ाने को लेकर सतीश पूनिया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनहित में फैसला लेंगे l उल्लेखनीय है कि केंन्द्र सरकार ने भी करोना संक्रमण को लेकर गहलोत सरकार के प्रयासों की तारीफ की. भीलवाड़ा राजस्थान का एक जिला था जिसे भारत में कोरोना वायरस का पहला Hot Sopt  कहा जाता है. राजस्थान में कोरोना वायरस के शुरुआती मामलों में सबसे ज्यादा मामले भीलवाड़ा में ही पाए जा रहे थे, लेकिन प्रशासन के प्रयासों से कोरोना संक्रमण को मामलों पर लगाम लग गया है. दूसरी ओर प्रताप सिंह खाचरियावास के आरोपों का भी पूनिया ने जवाब देते हुए कहा कि केंद्र हर संभव मदद कर रही है. प्रताप सिंह खाचरियावास अपने आंकड़े चेक करें. सरकार के मंत्री विधायकों पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि राशन वितरण में भेदभाव किया जा रहा है. वहीं, सतीश पूनिया ने राज्य सरकार से मांग करते हुए कहा कि पानी बिजली और स्कूल फीस स्थगित नहीं पूरी तरह से माफ की जानी चाहिए। बता दें कि, भीलवाड़ा में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि एक निजी अस्पताल के डॉक्टर में हुई थी. इसके बाद उस अस्पताल के कई दूसरे डॉक्टर, नर्स और कर्मचारी भी संक्रमित पाए गए. इससे वहां इलाज के लिए आए मरीजों में भी संक्रमण फैल गया था. इस अस्पताल में दूर दूर से लोग इलाज के लिए आते थे. चुनौती ये थी कि अस्पताल से शुरू हुई संक्रमण की Chain को कैसे तोड़ा जाए. इसके लिए जो रणनीति बनाई गई, वही भीलवाड़ा मॉडल है.


Comments


bottom of page